हरियाणा के शाहबाद में किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 9 किसान नेताओं की रिहाई बुधवार को नहीं हो पायी। प्रशासन के साथ सहमति बनने के बाद माना जा रहा था कि बुधवार शाम तक किसान नेताओं को रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन कुछ तकनीकी वजहों से बुधवार को जमानत नहीं मिल पायी। अब इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
सूरजमुखी पर केंद्र द्वारा तय एमएमपी की मांग को लेकर 6 जून को शाहबाद में गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में किसानों ने हाईवे जाम कर दिया था। इस दौरान पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठीचार्ज किया और चढ़ूनी समेत 9 किसान नेताओं राकेश बैंस, जसबीर सिंह मामूमाजरा, प्रिंस वड़ैच, जरनैल सिंह, जयराम, गुलाब सिंह, पंकज और सुरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन उन्हें अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। फिलहाल सभी किसान कुरुक्षेत्र जेल में बंद है। चढ़ूनी के अलावा सैकड़ों किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गये हैं।
खबर है कि बुधवार को किसान नेताओं की जमानत के लिए कुरुक्षेत्र के सीजेएम कोर्ट में आवेदन किया था। प्रशासन भी समझौते के अनुसार अपनी तैयारी कर चुका था लेकिन तकनीकी कारणों से जमानत नहीं मिली। उम्मीद है कि समझौते के मुताबिक, आज किसान नेताओं की रिहाई हो जाएगी। कुरुक्षेत्र जेल से रिहा होते ही उनके जोरदार स्वागत की तैयारियां चल रही हैं।
सूरजमुखी पर एमएसपी और किसान नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर 12 जून को कुरुक्षेत्र के पीपली में किसानों ने हाईवे जाम कर आंदोलन शुरू कर दिया था। 13 जून को प्रशासन के साथ लंबी बातचीत के बाद एमएसपी की मांग और किसानों की रिहाई के मुद्दे पर सहमति बन गई थी। प्रशासन की तरफ से बुधवार शाम तक किसान नेताओं की रिहाई का भरोसा दिलाया गया था। इसके बाद ही पीपली में चल रहा किसान आंदोलन समाप्त करने का ऐलान किया गया था। तभी से जेल में बंद किसान नेताओं की रिहाई का इंतजार किया जा रहा है।
