कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप की भागीदारी बढ़ती जा रही है। और उनका संख्या 2200 से ज्यादा पार हो चुकी है। ज्यादातर स्टार्टअप एग्री-टेक से जुड़े हैं, और महाराष्ट्र इस मामले में अव्वल नंबर पर है। सबसे खास बात यह है कि स्टार्टअप खोलने के लिए केंद्र सरकार के एग्रीकल्चर एक्सीलरेशन फंड के जरिए वित्तीय मदद भी मिलती है। इस फंड के जरिए 25 लाख रुपये तक सहायता मिलती है।
इस क्षेत्र में तेजी AI, बिग डाटा एनॉलिटिक्स, खेती के लिए ड्रोन का इस्तेमाल, मौसम के पूर्वानुमान के लिए टेक्नोलॉजी और किसानों के आसान इस्तेमाल के लिए कई सारे मोबाइल एप्लीकेशन का भी इस्तेमाल बढ़ रहा है। ऐसे में बेहतरीन आइडिया के साथ एग्रीकल्चर एक्सीलरेशन फंड का फायदा उठाया जा सकता है।
क्या है एग्रीकल्चर एक्सीलरेशन फंड
केंद्र सरकार के एग्रीकल्चर एक्सीलरेशन फंड के जरिए आइडिया अप्रूव होने की स्थिति में 5 लाख रुपये और उसके बाद स्टार्ट अप शुरू होने के स्टेज पर 25 लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है। और अब तक 1137 एग्री स्टार्टअप इसका फायदा उठा सकते हैं। फायदा पाने वाले ज्यादातर स्टार्टअप खेती के तरीके उन्नत करने, सप्लाई चेन, मछली पालन, जैविक खेती, डेयरी उद्योग और पशुपालन से जुड़े हुए हैं।
इन स्टार्टअप आइडिया को बिजनेस के रूप में तब्दील करने तक की सहायता मिलती है। और इसके लिए 5 नॉलेज पार्टनर्स (केपी) और 24 आरकेवीवाई एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर (आर-एबीआई) नियुक्त किए गए हैं।
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इस तरह बढ़ रहे हैं स्टार्टअप