किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने 7 जिलों की इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। सुरक्षा के लिहाज से ये कदम उठाया गया है। इसके तहत राज्य के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, सिरसा, हिसार, और फतेहाबाद जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। यह रोक 11 फरवरी से 13 फरवरी तक जारी रहेगी। इन जिलों में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट, डॉंगल और बल्क SMS बंद कर दिया गया है। यह रोक 11 फरवरी की सुबह 6 बजे से 13 फरवरी की रात 11.59 बजे तक लागू रहेगी। इस दौरान ब्रॉडबैंड और लीज लाइन का इंटरनेट चलता रहेगा।
पंजाब बॉर्डर पर पुलिस बल तैनात
इसके अलावा ऐसी खबर हैं फतेहाबाद पुलिस ने पंजाब के साथ लगती जिले की सभी सीमाओं पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार सीमेंट के पिलर, नुकीले कीलों से बनी चद्दर और मिट्टी के डंपर डालकर रास्तों को बंद कर दिया गया है। पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बॉर्डर पर सात लेयर की सुरक्षा लगाई है।
किसान क्यों कर रहे हैं दिल्ली कूच
असल में एमएसपी पर गारंटी कानून से लेकर दूसरे अहम मुद्दों को लेकर किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है। इसके तहत देशभर से 200 से अधिक किसान संगठन “दिल्ली चलो” मार्च में भाग लेने की तैयारी में हैं। 13 फरवरी को किसान संगठनों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का प्लान है। असल में केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 13 माह तक चलते किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए कानूनी की वापसी के साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे पर एक समिति बनाकर मुद्दे को समाधान निकालने की बात की थी। उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आंदोलन चला रहे किसान दिल्ली के बार्डरों से वापस चले गये थे। इसके बाद पूर्व कृषि सचिव संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में एक समिति का गठन हुआ। लेकिन अब जब चुनाव नजदीक है। और नई सरकार के गठन का समय आ गया, उसके बावजूद समिति की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।समिति का गठन 12 जुलाई, 2022 को हुआ था। और इसकी पहली बैठक 22 अगस्त, 2022 को हुई थी।