सरकार ने चावल की बेलगाम होती कीमतों के बीच मंगलवार को 29 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर ‘भारत चावल’लांच किया है। खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने पांच किलो और 10 किलो के पैक लांच किए। प्रत्येक किलो ‘भारत चावल’ में पांच प्रतिशत टूटा चावल मिला होगा। उन्होंने 100 मोबाइल वैन को भी हरी झंडी दिखाई जो ‘भारत चावल’ बेचेंगी। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) प्रथम चरण में दो सहकारी समितियों – नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नाफेड) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया (एनसीसीएफ) के साथ-साथ केंद्रीय भंडार के जरिए पांच लाख टन चावल प्रदान करेगा।
कहां मिलेगा
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) प्रथम चरण में दो सहकारी समितियों – नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नाफेड) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया (एनसीसीएफ) के साथ-साथ केंद्रीय भंडार को पांच लाख टन चावल प्रदान करेगा। ये एजेंसियां चावल को पांच किलो और 10 किलो के पैक में पैक करेंगी और ‘भारत’ ब्रांड के तहत अपने बिक्रीकेन्द्र के माध्यम से खुदरा बिक्री करेंगी। चावल को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये भी बेचा जाएगा। खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के माध्यम से समान दर पर थोक उपयोगकर्ताओं को चावल की बिक्री के लिए फीकी प्रतिक्रिया मिलने के बाद सरकार ने एफसीआई चावल की खुदरा बिक्री का सहारा लिया है।
एक साल में 15 फीसदी बढ़े दाम
खुदरा बाजार में चावल की कीमतें पिछले एक साल में 15 फीसदी तक बढ़ गई हैं। निर्यात पर प्रतिबंध और वर्ष 2023-24 में बंपर उत्पादन के बावजूद चावल की खुदरा कीमतें अभी भी नियंत्रण में नहीं हैं।सरकार ने जमाखोरी रोकने के लिए खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करणकर्ताओं (प्रोसेसरों) और बड़ी खुदरा श्रृंखलाओं से अपने स्टॉक का खुलासा करने को कहा है।
इस मौके पर उपभोक्ता मामलों की राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और अश्विनी चौबे, खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा, उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।