भंडारण विकास एवं नियामक प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) ने किसानों और व्यापारियों को कम ब्याज दर पर लोन देने में के लिए पंजाब एंड सिंध बैंक के साथ समझौता किया है। पंजाब एंड सिंध बैंक बिना किसी गारंटी के कम ब्याज दर पर ई-एनडब्ल्यूआर के माध्यम से लोन देie। इसके तहत कृषि क्षेत्र के अंतर्गत 75 लाख रुपये और अन्य कारोबारियों को पांच करोड़ रुपये तक के लोन दिए जाएंगे। यानी जिन किसानों और कारोबारियों के पास ई-एनडब्ल्यूआर की रसीद होगी, उसके लिए बैंक से लोन लेना आसान हो जाएगा।
मिलेगा ये फायदा
असल में भंडारण विकास एवं नियामक प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) के तहत हुए समझौते के बाद किसानों को बिना किसी गारंटी के लोन मिलेगा। साथ ही जिनके पास ई-एनडब्ल्यूआर होगी, वह आसानी से बैंक के सस्ते दर पर लोन प्राप्त कर सकेंगे। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ‘इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीट’ (ई-एनडब्ल्यूआर) के बदले में लोन हासिल करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीदों (ई-एनडब्ल्यूआर) का उपयोग करके फसल कटाई के बाद की गतिविधियों लोन लेना आसान हो सकेगा। समझौते के मौके पर डब्ल्यूडीआरए के अध्यक्ष टी.के. मनोज कुमार, पंजाब एंड सिंध बैंक के एमडी औरर सीईओ स्वरूप कुमार साहा मौजूद थे।
75 लाख रुपये तक कृषि लोन
इस समझौते के बाद किसान ई-एनडब्ल्यूआर के जरिए पंजाब एंड सिंध बैंक से 75 लाख रुपये तक का लोन कृषि गतिविधियों के लिए लोन ले सकेंगे। सबसे अहम बात यह है कि किसान फसल कटाई के बाद के कृषि कार्यों के लिए भी लोन ले सकेंगे। इस समझौते का मकसद किसानों को ई-एनडब्ल्यूआर के जरिए लोन लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।