शुगर इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड (बीसीएमएल) का एथेनॉल उत्पादन 50 फीसदी बढ़ा है। कंपनी ने नवंबर से अप्रैल के सीजन में करीब 33 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन किया है। कंपनी का मानना है कि अब वह समय आ गया है कि सरकार को देश में चीनी की खपत के अनुसार उत्पादन स्तर फिक्स यानी तय कर दिया जाय। ऐसा होने से अतिरिक्त उत्पादन को एथेनॉल में परिवर्तित किया जा सकेगा । पिछले साल कंपनी की कुल कमाई में एथेनॉल की हिस्सेदारी 28 फीसदी रही है।
चीनी पर जारी रहेगा फोकस
बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड (बीसीएमएल) की प्रमोटर और बिजनेस लीड अवंतिका सरावगी ने कहा है कि एथेनॉल उत्पादन 50 प्रतिशत बढ़ने के बावजूद कंपनी का मेन फोकस चीनी उत्पादन पर रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कंपनी की खुदरा क्षेत्र में उतरने की तत्काल कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य बाजार की मांग के आधार पर चीनी तथा एथेनॉल उत्पादन के बीच संतुलन बनाना है। कंपनी ने इस साल के लिए एथेनॉल/अल्कोहल और चीनी के बीच 33:66 अनुपात में उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
चीनी का उत्पदान तय हो
सरावगी ने कहा है कि देश के चीनी खपत का उत्पादन स्तर तय करना चाहिए और किसी भी अतिरिक्त उत्पादन को एथेनॉल में बदल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, इस साल घरेलू चीनी की मांग 2.8 करोड़ टन होने का अनुमान है।