कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय का आज से दो दिवसीय चिंतन शिविर नई दिल्ली के एनएएससी कॉम्प्लेक्स, पूसा में आयोजित हो रहा है। कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के इस आयोजन में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ-साथ कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, और शोभा करंदलाजे भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य जलवायु अनुकूल कृषि, कृषि में निजी क्षेत्र का लाभ उठाना, कृषि में डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग, कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ाना, कृषि व्यवसाय में आसानी, विस्तार प्रणाली को मजबूत करना और मृदा स्वास्थ्य के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन पर चर्चा करना है।
दो दिवसीय चिंतन शिविर कृषि से जुड़े नवीन विचारों पर मंथन का एक अनूठा अवसर है। यह अपनी तरह का पहला प्रयास है जिसका उद्देश्य मंत्रालय के अधिकारियों और सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों के विशेषज्ञों की भागीदारी के साथ कृषि से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करना है। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संबंधित प्रभाग प्रमुखों, आईसीएआर के एडीजी और डीडीजी और संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस दो दिवसीय चिंतन शिविर में भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की रणनीतियों पर चर्चा कर ‘उत्पादन केंद्रित दृष्टिकोण’ से “विपणन केंद्रित दृष्टिकोण” की ओर जाने का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
इस शिविर में न केवल कृषि क्षेत्र में हुई प्रगति की समीक्षा होगी बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं की योजना बनाने, कृषि निर्यात को बढ़ावा देने और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने के लिए भी मंथन किया जाएगा। किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज, महत्वपूर्ण आदानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने और भारतीय कृषि को टिकाऊ बनाने, उत्पादन और उत्पादकता के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों को अपनाने की सुविधा सुनिश्चित करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा नीतिगत समर्थन प्रदान किया जाएगा।
