भाजपा नेता और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे के लिए अच्छी खबर नहीं है। सरकारी बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) ने 203.69 करोड़ रुपये के बकाया वसूली के लिए भाजपा नेता के परिवार की नियंत्रण वाली, महाराष्ट्र स्थित चीनी मिल की ई-नीलामी के लिए एक नोटिस जारी किया है। बैंक की तरफ से मंगलवार को स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित नोटिस के अनुसार, वैद्यनाथ सहकारी चीनी कारखाने की ई-नीलामी 25 जनवरी को होगी। नीलामी नोटिस में मुंडे और कई अन्य व्यक्तियों के नाम का उल्लेख कर्जदार और गारंटी देने वाले के रूप में किया गया है।
क्या है मामला
नोटिस के अनुसार, बैंक के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के अहमदनगर क्षेत्रीय कार्यालय ने 203.69 करोड़ रुपये का बकाया वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके पहले पंकजा मुडे ने पिछले साल सितंबर में उनके परिवार द्वारा नियंत्रित मिल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग से नोटिस मिलने की बात स्वीकार की थी। उन्होंने दावा किया था कि इस चीनी मिल को छोड़कर, कई अन्य मिलों को केंद्र सरकार से सहायता मिली।उन्होंने कहा कि चीनी मिल उनके पिता दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने कठिन परिस्थितियों में शुरू की थी और कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने इसे चलाया। पंकजा मुंडे ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान स्थिति कठिन हो गई और अब मिल बैंक के कब्जे में है।
पंकजा के तेवर अलग
इसके पहले पंकजा मुंडे ने बयान दिया कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें टिकट न देना किसी भी पार्टी के लिए अच्छा फैसला नहीं होगा। असल में पंकजा 2019 में परली विधानसभा सीट पर अपने चचेरे भाई और NCP नेता धनंजय मुंडे से चुनाव हार गई थीं। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी नए निर्वाचन क्षेत्र की तलाश में नहीं हैं।