रविवार 26 नवंबर को गुवाहाटी में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार दिए जाएंगे। पुरस्कार स्वदेशी गाय/भैंस नस्ल का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन और सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) कैटेगरी में दिए जाएंगे । पुरस्कार के लिए कुल कुल 1,770 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसके तहत कुल 10 किसानों और सहकारी समितियों को विजेता घोषित किया गया है।
पुरस्कार के तहत कितनी ईनाम राशि
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस उत्सव 2023 के एक हिस्से के रूप में ‘राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2023’ का आयोजन किया जा रहा है।पुरस्कार में पहली दो श्रेणियों में प्रथम स्थान के लिए पांच लाख रुपये, दूसरे स्थान के लिए तीन लाख रुपये और तीसरे स्थान के लिए दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार के साथ योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
सर्वश्रेष्ठ एआईटी श्रेणी के मामले में, राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2023 में केवल योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह शामिल होगा। पुरस्कार के लिए कुल 1,770 आवेदन प्राप्त हुए थे। पुरस्कार समारोह में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री संजीव कुमार बालियान,असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा मौजूद रहेंगे।राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र में सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है।
ये है विजेताओं की सूची
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2023 के विजेताओं के नाम | ||
1. | स्वदेशी गाय/भैंस नस्ल का पालन करने वाला सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान | प्रथम – श्री राम सिंह, करनाल, हरियाणा दूसरा – श्री नीलेश मगनभाई अहीर, सूरत, गुजरात तीसरा – श्रीमती बृंदा सिद्धार्थ शाह, वलसाड, गुजराततीसरा – श्री राहुल मनोहर खैरनार, नासिक, महाराष्ट्र |
2. | सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन | पहला – पुलपल्ली क्षीरोलपदक सहकारण संगम डी लिमिटेड, वायनाड, केरल दूसरा – टीएम होसूर मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहकारी समिति, मांड्या, कर्नाटक तीसरा – एमएस 158 नाथमकोविलपट्टी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति, डिंडीगुल, तमिलनाडु |
3. | सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) | प्रथम – श्री सुमन कुमार साह, अररिया, बिहार दूसरा – श्री अनिल कुमार प्रधान, अनुगुल, ओडिशा तीसरा – श्री मुद्दपु प्रसादराव, श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश |