हरियाणा सरकार ने जुलाई माह में भारी बारिश की वजह से किसानों को हुए नुकसान के लिए मुआवजा जारी कर दिया है। पात्र किसानों के खाते में मुआवजे की राशि को ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया। इस बात की जानकारी बृहस्पतिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दी है। 34511 किसानों को कुल 97 करोड़ 89 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई। राज्य में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से फसलों को नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया था। इस भरपाई के लिए सरकार की तरफ से फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल बनाया गया था। जिस आधार पर मुआवजे की राशि दी गई है।
जुलाई में आई बाढ़ से करीब एक लाख 41 हजार किसानों की 6.80 लाख एकड़ फसल प्रभावित हुई थी। प्रभावित किसान पिछले पांच महीने से मुआवजे का इंतजार कर रहे थे। जिन किसानों की 70 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद हुई है, उन्हें 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने का एलान हुआ था।
किन किसानों को मिला फायदा
हरियाणा में इस साल भारी बारिश और बाढ़ के कारण बहुत से किसानों को दोबारा बुवाई करनी पड़ी थी। उन्हें सात हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने का ऐलान किया गया था। इसके अलावा जिन किसानों को 25 प्रतिशत से 100 फीसदी तक का नुकसान हुआ है, उन सभी किसानों को मुआवजा जारी की गई है। इसके पहले बाढ़ की वजह से हुए नुकसान को देखते हुए 11 अक्टूबर 2023 को भी पांच करोड़ रुपये की मुआवजा राशि की घोषणा की गई थी। जिसमें पशुधन, घर और संपत्ति इत्यादि के नुकसान के लिए मुआवजा दिया गया था। इस बार जो मुआवजा राशि दी जा रही है वह फसलों को हुए नुकसान को लेकर दी जा रही है।
कपास पर अभी मुआवजा क्यों नहीं
अभी किसानों को कपास की फसल का मुआवजा नहीं दिया गया है, क्योंकि कपास के लिए आवेदन करने के लिए 30 नवंबर तक क्षतिपूर्ति पोर्टल खुला हुआ था। इसमें आवेदन आए हैं। इसके नुकसान का आकलन चल रहा है, जल्द इसके लिए भी मुआवजा जारी किया जाएगा। जुलाई में आई बाढ़ से हरियाणा के 12 जिले प्रभावित हुए थे। इस दौरान 47 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। उनके लिए मुआवजे के तौर पर एक करोड़ 40 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। सात लोगों का सत्यापन नहीं हो पाया है। कुल मिलाकर बाढ़ के कारण हुए नुकसान को लेकर 112 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया है।