उत्तर प्रदेश में फ्रॉड करने वाले अपराधियों की नजर भोले-भाले किसानों पर है। उन्होंने फ्रॉड के लिए किसानों को हथियार बनाया है। और उसके लिए सोलर पंप बुकिंग के नाम पर किसानों को फंसाया जा रहा है। बढ़ते खतरे को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को अलर्ट किया है। उसके अनुसार सोलर पंप बुकिंग के नाम पर किसी फोन कॉल के झांसे में नहीं आए। बुकिंग प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है, ऐसे में किसी के फोन कॉल के जरिए कोई काम नहीं करें।
कैसे हो रहा है फ्रॉड
असल में सरकार को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि सोलर पंप बुकिंग कंफर्म कराने के नाम पर लोगों को फोन किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि अगर कोई फोन कर यह कहे कि वह सोलर पंप की बुकिंग कंफर्म करा देगा, तो इस झांसे में नहीं आए। बुकिंग कंफर्म करने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। और पूरी तरह से वह पारदर्शी है। ऐसे में किसी भी फोन को सुन उसके झांसे में बिल्कुल भी नहीं पड़े। और अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है तो जनपद के उप कृषि निदेशक को तुरंत सूचना दें।
क्या सोलर पंप बुकिंग योजना
सोलर पंप बुकिंग योजना के लिए राज्य के किसानों को वेबसाईट www.agriculture.up.gov.in पर पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद “अनुदान पर सोलर पम्प हेतु बुकिंग करें” लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइन बुकिंग होगी।
कृषकों की बुकिंग जनपद के लक्ष्य की सीमा से 110 प्रतिशत तक “पहले आओ-पहले पाओ” के सिद्धान्त पर की जायेगी। कृषकों को आनलाइन बुकिंग के साथ 5000 रुपये टोकन मनी के रूप में ऑनलाइन जमा करना होगा। टोकन कंफर्म करने के एक सप्ताह के अन्दर शेष धनराशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट कर शेष राशि बैंक में ऑनलाइन जमा करनी होती है।
इसके तहत केंद्र और राज्य सरकार से 30-30 फीसदी सब्सिडी मिलती है। यानी सोलर पंप की लागत की 60 फीसदी रकम केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दी जाती है। जबकि 30 फीसदी राशि बैंक से सस्ती दर लोन के रूप में मिलती है। जबकि 10 फीसदी राशि किसान को लगानी होती है। यह अनुदान पीएम कुसुम योजना के तहत मिलता है।