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किसान चाहते हैं कि सूखा पड़े और कर्ज माफ हो-कर्नाटक के मंत्री, राज्य में 6 महीने में 456 आत्महत्याएं

कर्नाटक के चीनी और कृषि विपणन मंत्री शिवानंद पाटिल ने किसानों को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि किसान राज्य में बार-बार सूखा पड़ने की कामना करते हैं ताकि उनका कर्ज माफ हो जाए। पाटिल के इस विवाद के बाद राजनीति गरमा गई है, विपक्ष को बैठे-बैठाए मुद्दा मिल गया है। विपक्ष पाटिल के बयान को कृषक समुदाय का ‘अपमान’ बताया और उन्हें मंत्री पद से हटाने की मांग की है। ऐसा नही है कि पाटिल ने किसानों को लेकर पहली बार कोई विवादित बयान दिया है। उन्होंने सितंबर में कहा था कि मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजा राशि दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने के बाद किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़ने लगे हैं। राज्य सरकार के अनुसार इस साल सूखे और खराब मौसम की वजह से किसानों को 33000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

456 किसानों ने आत्महत्या की

राज्य में सूखा, खराब मौसम की वजह से किसानों को करीब 33000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में इस जानकारी को साझा करते हुए बताया था कि इस नुकसान में किसानों को करीब 17000 करोड़ की भरपाई होगी, बाकी 16000 करोड़ का उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा। राज्य में पिछले 123 साल में सबसे कम बारिश हुई है। और 236 तालुका में 223 तालुका सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित हो चुके हैं। और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर 18,177 करोड़ रुपये की सहायता की मांग की थी। राज्य सरकार के अनुसार करीब 46.11 लाख हेक्टेअर कृषि भूमि और 2.06 लाख हेक्टेअर बागवानी क्षेत्र की जमीन सूखे की मार झेल रही है। और जून से नवंबर 2023 के बीच राज्य के 456 किसानों ने आत्महत्या की है।

पाटिल ने कब दिया बयान

रविवार को बेलगावी में एक कार्यक्रम में पाटिल ने कहा कि कृष्णा नदी का पानी मुफ्त है, धारा भी मुफ्त है। मुख्यमंत्री ने बीज और खाद भी दिया। किसान तो यही चाहेंगे कि बार-बार सूखा पड़े, क्योंकि उनका कर्ज माफ हो जायेगा। आपको ऐसी इच्छा नहीं करनी चाहिए। भले ही आप न चाहें तो भी तीन-चार साल में एक बार सूखा पड़ेगा। राज्य सबसे खराब सूखे की मार झेल रहा है और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पहले ही मध्यम अवधि के कर्ज पर ब्याज माफ करने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब किसान संकट में होंगे तो सरकार उनकी मदद के लिए आएगी, लेकिन किसी भी सरकार के लिए हमेशा ऐसा करना मुश्किल है।

उन्होंने कहा कि इन सभी पूर्वविचारों के साथ यदि हम आगे बढ़ते हैं, तो निश्चित रूप से हमारा भविष्य बहुत अच्छा होगा। मंत्री के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए राज्य भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला।भाजपा नेता ने कहा कि शिवानंद पाटिल ने एक बार फिर किसानों का अपमान किया है। मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि उन्हें तुरंत बुलाएं और समझाएं तथा अगर वह खुद को सुधारने में सक्षम नहीं हैं, तो उनका इस्तीफा ले लें।

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