इस साल गणतंत्र दिवस परेड में किसानों को भी विशेष अतिथि के रूप में न्योता भेजा गया है। दावा किया जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए किसान विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। निमंत्रण पत्र में 1,500 किसानों और साथ में उनकी पत्नियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इसके लिए देश भर से किसानों और उनकी पत्नियों का चयन किया गया है। साल 2024 के आम चुनावों के पहले मोदी सरकार का यह कदम निश्चित तौर पर कई सियासी समीकरण साधने के संकेत भी दे रहा है। जाहिर है सरकार इस पहल के जरिए यह संदेश देना चाहती है कि वह किसानों को भी अहम सम्मान देती है। इसके पहले बीते स्वतंत्रता दिवस पर भी 500 किसानों को न्यौता दिया गया था।
कृषि मंत्री देंगे दोपहर का भोज
पीटीआई के अनुसार कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि यह पहली बार है, जब किसानों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। देश भर से लगभग 1,500 किसानों का चयन किया गया है। यही नहीं परेड के बाद कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा किसानों के लिए दोपहर के भोजन की मेजबानी भी करेंगे। हालांकि अधिकारी ने इस लिस्ट में किन लोगों को न्यौता भेजा गया है, उनके नाम का खुलासा नहीं किया है। क्योंकि यह चयन बेहद अहम साबित होगा।
इस कैटेगरी के लोगों को भेजा गया न्यौता
रिपोर्ट के अनुसार कृषि मंत्रालय की तरह से किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी और सूक्ष्म सिंचाई योजना के लाभार्थियों को न्योता भेजा गया है। हालांकि इसके अलावा क्या किसान संगठनों के नेताओं को न्यौता भेजा गया है या नहीं, इस बात का खुलासा नहीं किया गया है। खास तौर से उन संगठनों के नेताओं और सदस्यों को, जो किसान आंदोलन में शामिल थे। हालांकि इसका खुलासा तो गणतंत्र दिवस के करीब ही होगा।
आम चुनावों से पहले नई कवायद
साफ है कि आम चुनावों से पहले मनाए जा रहे गणतंत्र दिवस पर पहली बार न्यौता भेजने के कदम को सियासी नजर से जरूर देखा जाएगा। और सरकार के तरफ से भी इस पहल को बेहद अहम बताया जाएगा। लेकिन यह साफ है कि मोदी सरकार की इस पहल को चुनावी चश्मे से राजनीतिक दल जरूर देखेंगे।