बागवानी को बढ़ावा देने के लिए कई राज्य सरकारों की तरफ से अनुदान मिल रहा है। इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को राज्य सरकार के कृषि और बागवानी विभाग से जानकारी लेते रहना चाहिए। बिहार सरकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन/मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फूट के लिए 40-40 फीसदी और पपीते के लिए 75 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है।
स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फूट के लिए प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये और पपीते के लिए 45 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। योजना के लिए बिहार सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन करना होगा। योजना का लाभ लेने के लिए बिहार सरकार के कृषि विभाग की वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर “राष्ट्रीय बागवानी मिशन / मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना” के “आवेदन करें” लिंक पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सबसे ज्यादा पपीते की खेती पर सब्सिडी
बिहार सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत पपीते की खेती पर कम से कम एक हेक्टेयर खेत में पपीता की फसल लगाने पर सरकार ने 60 हजार रुपये की लागत तय की है। इस पर 75 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी। यानी प्रति हेक्टेयर खेत पर पपीता के लिए 45 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। सरकार ने ड्रैगन फ्रूट और स्ट्राबेरी की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर लागत 1 लाख 25 हजार रुपये तय की है। इनके लिए किसान को लागत का 40 फीसदी यानी 50 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
कैसे करें आवेदन
ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी और पपीता की खेती पर सब्सिडी के लिए horticulture.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करें।
होम पेज पर उद्यान निदेशालय के अंतर्गत संचालित योजनाओं का लाभ लेने के लिए Online Portal के ऑप्शन पर क्लिक करना रहेगा।
इसके बाद फसल राष्ट्रीय बागवानी मिशन/ मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के लिए आवेदन का ऑप्शन आएगा। नियम और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़कर, जरूरी जानकारी भरकर आवेदन करें।
योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए उद्यान विभाग के सहायक निदेशक से जानकारी ली जा सकती है। किसानों के खाते में राशि डीबीटी माध्यम से भेज दी जाएगी।
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