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चीनी उत्पादन 10 फीसदी गिरने का अनुमान, इसके बावजूद पर्याप्त रहेगा स्टॉक- इस्मा

घटेगा चीनी उत्पादन

देश में चीनी उत्पादन गिरने का अनुमान है। इंडस्ट्री के अनुसार सितंबर में समाप्त होने वाले मौजूदा सीजन में चीनी का उत्पादन 10 प्रतिशत गिरकर 330.5 लाख टन रहने का अनुमान है। जो पिछले वर्ष 366.2 लाख टन था। महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम उत्पादन की वजह से कुल उत्पादन नीचे आने का अनुमान है। इस्मा ने बुधवार को सीजन 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए चीनी उत्पादन का अपना दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया। इस अनुमान में एथनॉल के डायवर्जन के लिए यूज की गई चीनी भी शामिल है। चीनी उत्पादन में गिरावट के बावजूद इस्मा का मानना है कि देश में पर्याप्त चीनी स्टॉक रहेगा।

क्यों आई गिरावट

भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम उत्पादन की वजह से कुल उत्पादन नीचे आने का अनुमान है। उसके अनुसार महाराष्ट्र में कुल उत्पादन पहले के 118.5 लाख टन से घटकर 99.9 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि कर्नाटक में यह 65.8 लाख टन से घटकर 49.7 लाख टन रह सकता है। हालांकि उत्तर प्रदेश में मामूली बढ़ोतरी का अनुमान है। राज्य में कुल उत्पादन 118.9 लाख टन से बढ़कर 119.9 लाख टन होने का अनुमान है। इस आधार पर उद्योग निकाय ने सीजन 2023-24 में कुल अनुमानित चीनी उत्पादन लगभग 330.5 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष 366.2 लाख टन था।

डायवर्जन के बाद कितना उत्पादन

इस्मा के अनुसार सरकार ने अबतक 2023-24 के लिए गन्ना रस या बी-हेवी शीरा के माध्यम से एथनॉल के उत्पादन के लिए केवल 17 लाख टन चीनी के ‘डायवर्जन’ की अनुमति दी है। इसका मतलब है कि शुद्ध चीनी उत्पादन लगभग 313.5 लाख टन हो सकता है। जबकि गन्ना रस और बी-भारी शीरे से एथनॉल बनाने के लिए 38 लाख टन चीनी के उपयोग के साथ सीजन 2022-23 के दौरान शुद्ध चीनी उत्पादन 328.2 लाख टन था।सरकार द्वारा अब तक कम ‘डायवर्जन’ की अनुमति के कारण शुद्ध चीनी उत्पादन में 4.5 प्रतिशत की गिरावट होने की संभावना है।

कितना है स्टॉक

एक अक्टूबर, 2023 को लगभग 56 लाख टन के शुरुआती स्टॉक, 285 लाख टन की घरेलू खपत और 313.5 लाख टन के अनुमानित शुद्ध उत्पादन को ध्यान में रखते हुए, इस्मा ने कहा कि 30 सितंबर, 2024 को अंतिम स्टॉक 84.5 लाख टन के आसपास संतोषजनक स्थिति में रहेगा। उसके अनुसार हमारा मानना है कि सरकार अब आसानी से चालू ईएसवाई (एथनॉल आपूर्ति वर्ष) में एथनॉल के उत्पादन के लिए लगभग 18 लाख टन अतिरिक्त चीनी स्थानांतरित करने की अनुमति दे सकती है। फिर भी, अंतिम स्टॉक अगले सत्र में लगभग तीन महीने की आपूर्ति के लिए पर्याप्त होगा।

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